जिन पर थी पालना कराने की जिम्मेदारी वही उड़ा रहे है गाइडलाइन की धज्जियां

सरकारी कर्मचारी ही सरकारी निर्देशो की उड़ा रहे धज्जिया  

आमजन के प्राण को डाल रहे संकट में 

उपखंड अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर बनाया 25000 का चालान तथा अन्य कार्यक्रमों में गाइडलाइन की पालना हेतु किया पाबंद

बून्दी। कोराना काल मे सरकारी स्वकृति से अधिक लोगों को विवाह का प्रीतिभोज करवाना सरकारी अध्यापक को महंगा पड़ गया।जानकारी के अनुसार देईखेड़ा थाना क्षेत्र के झपायता गाँव  में बुधवार रात को सरकारी अध्यापक राम प्रकास मीणा को अपने सुपुत्र अनिल की शादी के लिये लग्न व मंडल की रश्म के लिए किये स्नेह भोज में सरकारी स्वीकृति से अधिक लोगो भोजन करवाना महंगा पड़ गया। देर रात को लाखेरी उपखण्ड अधिकारी प्रमोद शर्मा रात्रि  कर्फ्यू की पालना का जायजा लेते हुए देईखेड़ा थानाधिकारी सत्यनारायण गुर्जर मय जाप्ते के कार्यक्रम स्थल पर पर पहुचे तो स्नेह भोज में लोगो भीड़ देख कर दूल्हे पिता को मौके पर 25000 हजार के अर्थ दंड का चालान कर शादी के अगले कार्यक्रम में सरकारी निर्देशो की पालन के लिये पाबन्द किया। सरकारी कर्मचारी ने ही सरकारी निर्देशो की धज्जिया उड़ा कर लोगो की जान से खिलवाड़ किया है। सराकारी अध्यापक के इस प्रकार सरकारी गाइडलाइन का उलंघन पर की गई कार्यवाही से आम जन में जागरूकता आएगी। गांवो में खुले आम हो रही शादियों में कोराना संक्रमण जिस तरह से पैर पसार रहा है इस कार्यवाही से उसकी रोकने में अवरोधक बनेगी।दूल्हे की पिता रामप्रकाश मीणा सरकारी अध्यापक है। दूल्हा अनिल विधुत विभाग में कर्माचारी है। वही कोटा जिला निवासी दुल्हन भी सरकारी कर्मचारी है। ऐसे में सरकारी कर्मचारी ही सरकारी निर्देशो की धज्जिया उड़ा कर आमजन के प्राण को संकट में डाल रहे है।