राजस्थान भाजपा में दिग्गज नेताओं की अंतर्कलह बढ़ती जा रही है। नेताओं में आपसी विवाद इस हद तक बढ़ गया है कि मामला पार्टी आलाकमान तक पहुंच गया। अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समर्थक डेढ़ दर्जन विधायकों ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र भेजकर पार्टी के प्रदेश नेतृत्व पर उन्हें विधानसभा में बोलने, अपने विधानसभा क्षेत्रों की समस्याएं उठाने का मौका नहीं देने का आरोप लगाया है।वसुंधरा समर्थक विधायकों का आरोप सीधे तौर पर विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया, मुख्य सचेतक राजेंद्र राठौड़ व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया के खिलाफ है। ये तीनों नेता विधानसभा में पार्टी की तरफ से बोलने वाले विधायकों के नाम तय करते हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी की अगुवाई में लिखे गए पत्र में आरोप लगाया गया है कि सदन में पार्टी नेतृत्व पक्षपात करते हुए उन्हें स्थगन प्रस्ताव सहित अन्य मुद्दों पर बोलने का मौका नहीं देता है।