भारत यात्रा पर आए Inter-Parliamentary Union अध्यक्ष श्री दुआरते पचेको




ने आज भेंट की। इस दौरान विविध विषयों पर चर्चा  में कहा, प्रत्येक देश की अपनी संप्रभुता है। किसी देश के अंदरूनी विषयों या उसकी संसद द्वारा बनाए गए कानूनों पर किसी अन्य देश की संसद में चर्चा नहीं होनी चाहिए।


वर्ष 2022 में भारत आजादी के 75 वर्ष पूर्ण करने जा रहा है। इन 75 वर्षों में हमने अपनी विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि को संजोते हुए लोकतंत्र तथा संसदीय परंपराओं व प्रक्रियाओं को सशक्त किया है। #IPU जलवायु परिवर्तन, शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, आतंकवाद और सतत विकास हेतु एजेंडा 2030 में निहित विकास संबंधी मुद्दों पर सराहनीय कार्य कर रहा है। भारत और IPU का समान World Outlook है। हम चाहते हैं, प्रत्येक व्यक्ति के विचार को महत्व मिले, लोकतांत्रिक सिद्धांतों का विकास हो।


इस समय मानवता कोविड-19 की अभूतपूर्व चुनौती का सामना कर रही है। भारत ने 154+ देशों को स्वदेशी टीके- कोवैक्सिन व कोवीशिल्ड तथा कोविड संबंधी चिकित्सा सामग्री उपलब्ध करवाकर वैश्विक महामारी पर नियंत्रण पाने में सहयोग किया है। हमारी चिंता अधिक से अधिक लोगों की जान बचाने की रही है।


श्री पचेको ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के रूप में भारत दुनियाभर के देशों के लिए उदाहरण और प्रेरणा है। भारत और आईपीयू दुनिया भर में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत बनाने की लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत और पुर्तगाल दो मित्र देश नहीं बल्कि भाई हैं।