कोविड की इस  विषम परिस्थिति में भारत की रहने वाली 19 वर्षीय छात्रा प्रेक्षा बाफना जो वर्तमान में एमस्टरडम यूनिवर्सिटी नीदरलैंड ( यूरोप) रहकर  बीएससी की पढ़ाई कर रही है उसके मन में भारत (जन्म भूमि )के प्रति  करुणा जागी


और उसने अपनी जेब खर्ची एवं साथियों और परिचितों के सहयोग से 3,00,000/-  रुपये इकट्ठा कर हिंदुस्तान अपनी बहन अंशुल जैन  पत्नी आदित्य भंडारी को भेजा जो यहां पर सामाजिक कार्यों में लगाकर लोगों तक मदद पहुंचाएगी। प्रेक्षा मूल निवास से भीलवाड़ा की रहने वाली वर्तमान में माता-पिता बैंकॉक में रह रहे हैं और वह नीदरलैंड रह कर पढ़ाई कर रही है। उक्त रकम द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नेबुलाइजर ऑक्सीमीटर एवं चिकित्सक उपकरण लगाकर लोगों तक मदद पहुंचाई जाएगी, बूंदी में चल रहे कार्यों की सराहना करते हुए डॉ रत्ना जैन ( पूर्व महापौर कोटा)ने बूंदी की टीम को बधाई दी एवं उनकी सहयोगी मित्र डॉ सोहा जैन एवं डॉ संजीव जैन जो वर्तमान अमेरिका में निवासरत है उसके द्वारा भी  4600 कंसंट्रेटर हिंदुस्तान में भेजे गए हैं जिसकी पहली खेप में से कुछ कंसंट्रेटर बूंदी एवं आसपास के इलाकों में भी जाए जाएंगे। शीघ्र ही भारतीय जैन संघटना द्वारा मंगाई जारी 35 कंसंट्रेटर की तीसरी खेप हाडौती पहुंचने वाली है जो लोगों की सेवा में उपलब्ध रहेगी एवं मोबाइल ऑक्सीजन वैन की कार्य योजना पर कार्य कर इसे भी मूर्त रूप दिया जाएगा ताकि लोगों को ऑक्सीजन वाली एंबुलेंस मिल सके यह जानकारी प्रदेश सचिव आदित्य भंडारी ने दी।