-कोविड वैक्सीनेशन एवं कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए बैठक लेकर दिए आवश्यक दिशा निर्देश
-1 अप्रेल 2021 से भर्ती हुए कोविड रोगियो की होगी शुगर जाँच ताकि ब्लैक फंगस के खतरे को कम किया जा सके।
-सॉफ्टवेयर में वैक्सीन अपडेट हेतु किए गए नए प्रावधानों की दी जानकारी
बून्दी। कोविड सॉफ्टवेयर में वैक्सीन अपडेट हेतु किए गए नए प्रावधानों की जानकारी देने के लिए आज स्वास्थ्य भवन मे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. महेन्द्र कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता मे बैठक का आयोजन किया गया
। बैठक में आरसीएचओ डॉ. जे.पी.मीणा एवं समस्त खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं डीएनओ़ एवं कोल्ड चेन हैण्डलर्स तथा डीपीएम यूनिट सदस्य उपस्थित थे।
डाॅ. त्रिपाठी ने कहा कि जिले के नागरिक वैक्सीनेशन करवाना चाहते हैं। ऐसे में हमारा प्रयास रहना चाहिए कि टीकाकरण करवा रहे व्यक्ति का पूरा ब्यौरा सही-सही दर्ज किया जाए। क्योंकि टीकाकरण पश्चात उसका सर्टीफिकेट जनरेट होता है, जो हर व्यक्ति के लिए काफी उपयोगी है। ऐसे में हमें ब्यौरा दर्ज करते समय पूरी सावधानी रखनी होगी।
डाॅ. त्रिपाठी एवं डीएनओ देवेन्द्र सिंह ने खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियो को कोविड सॉफ्टवेयर के नए प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमें समस्त कोविड वैक्सीन के लाभार्थियों का सम्पूर्ण रिकॉर्ड रखना है। भारत सरकार के सख्त निर्देश हैं कि प्रत्येक लाभार्थी का रिकॉर्ड ऑनलाइन होना चाहिए। इसके लिए जो भी वैक्सीन लगाई जा रही है, उसका सही-सही रिकॉर्ड दर्ज करें। सैशन समाप्ति के समय प्राप्त वैक्सीन वायल व काम में ली गई वैक्सीन का सही से दर्ज करें ताकि वैक्सीन वेस्टेज दर कम से कम हो। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति वैक्सीन लगवाने के लिए आता है, सबसे पहले उसका डाटा दर्ज किया जाए ताकि सब कुछ मिलान होने के बाद ही उसे वैक्सीन लगाई जाए। डाॅ. त्रिपाठी ने समस्त खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियो को कोरोना की तीसरी लहर निपटने एवं ब्लैक फंगस के खतरे को कम करने के उद्देश्य से निर्देश देते हुए कहा कि जिले मे 1 अप्रेल 2021 से भर्ती हुए प्रत्येक कोविड रोगियो की शुगर जाँच की जाए ताकि ब्लैक फंगस के खतरे को कम किया जा सके साथ ही डोर टु डोर सर्वे नियमित रूप से चलता रहे जिससे संक्रमण के खतरे को कम करते हुए लोगो को घर पर ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।

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