एक कोशिश!🤲

जहेज़ के खिलाफ मेवाती उलामा ने शुरू किया जागरूकता अभियान!

मेवात 03 मार्च। 


दहेज एक ऐसी बुराई है जिसे लोग बुराई ही नहीं समझते हैं।आज गांव मोल्हाका में मौलाना ताहिर साहब की सरपरस्ती में मौलाना कासिम झिमरावठ कि अध्यक्षता में मेवात के सैंकड़ों उलामा की मीटिंग बुलाई गई जिस में सब से पहले अपने बच्चों को शिक्षा से जोड़ने पर ज़ोर दिया गया है। सभी ने एक सुर में कहा जब इंसान के पास तालीम होगी तो उसे अच्छे बुरे की तमीज़ भी होगी जो शिक्षा से ही सम्भव है। अहमदाबाद की आयशा मामले ने पूरे देश की झकझोर कर रख दिया है।आज इसी सिलसिले में ये मीटिंग बुलाई गई है कि कितनी ही बेटियां दहेज की वजह से बेघर हैं और कितनी ही बेटियां अपने आपको मौत के मुंह में धकेल चुकी हैं ताकि ऐसा फिर किसी बेटी के साथ ना हो इसी लिए ये अभियान चलाने का ऐलान किया है। सामाजिक कार्यकर्ता मौलाना साबिर मज़ाहिरी, क़ारी ज़करिया इमाम नगर,          

मुफ्ती जुहैर उस्ताद मदरसा मादिनू उल उलूम झिमरावठ समेत सैंकड़ों उलामा ए किराम ने ये मशवरा किया है कि हम लोगों की जागरूक करेंगे कि अपने बच्चों को तालीम दो जहेज़ नहीं। उन्होंने बताया कि अब तक हम दर्जनों गरीब बच्चियों की शादी करा चुके हैं जो बिना दहेज के अपने बाप के घर बैठी हुई थी।सभी मौजूद उलामा ने कहा मेवात को जहेज़ ने खोकला कर दिया है अब जबकि हम फील्ड में लोगों के बीच जा रहे हैं तो पता चल रहा है कि कितनी ही बेटियां जहेज़ की वजह से घर बैठी हुई हैं। मौलाना साबिर मज़ाहिरी ने कहा हम लोगों से अपील करते हैं कि जहेज़ को लेना देना बंद कर दो और बेटियों को विरासत में हक़ देना शुरू करो जिस से हमारे इलाके में एक बदलाव आएगा और खुशहाल माहौल पैदा होगा।इस मौके पर सैंकड़ों उलामा ए किराम मौजूद थे और कहा कि हम हरियाणा सरकार से मांग करते हैं कि दहेज के खिलाफ कानून पास करें


(मुबारक अली मेव)

पिनगवां/मेवात