बूंदी सदर थाना पुलिस की ज्यादती : पीड़ा बताते हुए कलक्ट्रेट में रो पड़ी मां के साथ आई तीनों बेटियां



बूंदी। रामगंजबालाजी गांव निवासी तीन बेटियां बूंदी की सदर थाना पुलिस की ज्यादती से परेशान होकर यहां कलक्ट्रेट में शुक्रवार को फूटफूटकर रो पड़ी। इस दौरान उनकी मां भी साथ थी। भीतर सभागार में खेल राज्यमंत्री जिला परिषद की बैठक में मौजूद थे। अपनी पीड़ा बता रही इन बेटियों के पास मोबाइल फोन में वह सारे वीडियो मौजूद थे, जिनमें साफ दिखाई पड़ रहा था कि पुलिस ने धमकाकर इनकी जमीन पर दूसरों का कब्जा करवा दिया। रामगंजबालाजी निवासी सीता बाई माली ने जिला कलक्टर के नाम लिखे पत्र में बताया कि उसकी खाते व कब्जे की कृषि भूमि पर खेती करती आ रही हैं और इसी जमीन पर झोंपड़ी बनाकर वह रहती हैं। 22 जून को सुबह करीब 11 बजे आधा दर्जन से अधिक लोग आए और उनकी झोंपड़ी में आग लगा दी। बाद में सदर थाने में पहुंचकर इसकी रिपोर्ट सौंपी और पुलिस अधीक्षक के नाम परिवाद सौंपा। 24 जून को आधा दर्जन जने फिर से जेसीबी मशीन के साथ खेत पर पहुंच गए। उन्होंने जेसीबी से खेत में जगह-जगह गड्ढे खोद दिए। जिसकी भी रिपोर्ट पुलिस को सौंपी थी। लेकिन सदर थानाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। न ही कोई प्रकरण दर्ज किया गया। पीडि़ता ने बताया कि इस दौरान उसकी तीनों बेटियां खेत पर मौजूद थी। जिन्हें पुलिस ने उल्टा गिरफ्तार करने की धमकी दे डाली। इन तीनों बेटियों ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट में बिलखते हुए आरोप लगाया कि सदर थाना पुलिस ने उनकी जमीन पर कब्जा करवा दिया। बोलने पर अब धमका रहे हैं। उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही। बाद में उनकी पीड़ा को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने सुना और कार्रवाई का भरोसा दिया।